मॉनिटर कंप्यूटर का एक आउटपुट डिवाइस है। जो एक तार के जरिए सीपीयू से जुड़ा होता है। कंप्यूटर में हमारा सारा काम सीपीयू में होता है, लेकिन उसे देखने के लिए मॉनिटर की जरुरत होती है।

मॉनिटर एक विज्युअल डिस्प्ले यूनिट होता है। यह टेलीविजन की तरह दिखता है। इसका मुख्य काम सीपीयू में चल रही प्रक्रियाओं को दिखाना है।

हिस्ट्री ऑफ़ मॉनिटर कैथोड रे ट्यूब पहले कंप्यूटर मॉनिटर जिसका इस्तेमाल लोग कंप्यूटर के अंदर होने वाले प्रोसेस की जानकारी को देखते थे।

एक CRT वैक्यूम ट्यूब होता है जिसका एक छोर फॉस्फोरस से कोटेड किया हुआ होता है। जब इलेक्ट्रान इन पर स्ट्राइक करते हैं तो एक रौशनी निकलती है।

एक CRT वैक्यूम ट्यूब होता है जिसका एक छोर फॉस्फोरस से कोटेड किया हुआ होता है। जब इलेक्ट्रान इन पर स्ट्राइक करते हैं तो एक रौशनी निकलती है।

इस का आविष्कार उन्होंने सं 1897 ईस्वीं में किया था जब उन्होंने पहली बार कैथोड रे ट्यूब की रचना की थी। वो एक जर्मन वैज्ञानिक थे।

मॉनिटर का फुल फॉर्म वैसे देखा जाए देखा जाये मॉनिटर शब्द का अपना अर्थ होता है जिसका मतलब है एक ऐसा यंत्र है जो दिखाता है या प्रदर्शित करता है।

फुल फॉर्म होता है:- M – Machine O – Output N – Number of I – Information T – To O – Organize R –  Report

Aspect Ratio: ये screen की vertical और horizontal length अर्थात लम्बाई व चौड़ाई को describe करता है। उदाहरण के लिए widescreen LCD monitors का aspect ratio होता है 16:9

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