दोस्तों Sabse Purana Dharm Kaun Sa Hai इसकी जानकारी हम आज आपको इस पोस्ट में विस्तार से देने वाले हैं। यहाँ हम आपको Sabse Purana Dharm के रोचक तथ्य और काफी अन्य सवालों के भी जवाब देने वाले हैं।
यहाँ आपको हिंदू धर्म कितने साल पुराना है? Sabse Bada Dharm Kaun Sa Hai? और भारत का सबसे पुराना धर्म कौन सा है? जैसे सवाल के जवाब भी मिलेंगे।
चलिए आइये जानते हैं सबसे पुराने धर्म के बारे में।
Sabse Purana Dharm Kaun Sa Hai?
अगर देखा जाए तो Sabse Purana Dharm दो हैं पहला इस्लाम और दूसरा हिंदु, नीचे इन दोनों धर्मो की पूरी जानकारी पढ़िये जिसे पढ़कर आप खुद इस फ़ैसले पर पहुँच जायेंगे।
इस बारे में लोगो के दो अलग अलग जवाब हैं,
(पहला जवाब)
इस्लाम सबसे पुराना धर्म माना जाता है। इस्लाम मज़हब की शुरवात तो काफी समय पहले हो चुकी थी मगर इसका 7वीं सदी में हुई थी, जब पैगंम्बर हज़रत हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम साहब ने मक्का शहर में अपने द्वारा प्राप्त किए गए मज़हब का पैग़ाम फैलाया।
इस्लाम धर्म का बुनियाद Ideal ईकट्ठा, ताऊहीद (एकत्व) और इंसाफ पसंद है। इस्लाम के पवित्र किताब, कुरान, में आदिकाल से ही पहले के मज़हबों और पूर्वजों के बारे में भी लिखा हुआ है, जिससे साबित होता है कि इस्लाम धर्म का अस्तित्व बहुत पहले से ही है।
इस्लाम धर्म की मान्यता के अनुसार, इलाही सन्देश कभी-कभी संसार में अपना रुप बदलते रहते हैं, लेकिन धर्म का बुनियादी सन्देश एक ही रहता है।
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Islam Dharm Kitna Purana Hai?
इस्लाम धर्म की स्थापना 7वीं सदी में हुई थी। पैगंम्बर हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम साहब को इस्लाम के मुख्य Rule और पैगामों को फैलाने का कार्य सौंपा गया था।
हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम साहब के माध्यम से, इस्लाम धर्म को बुनियादी तत्व और इबादत सम्मान प्राप्त हुआ। धर्मिक महत्वपूर्णताओं (religious importance) और theory के आधार पर, इस्लाम धर्म को 7वीं सदी में प्रारंभिक रूप में माना जाता है।
(दूसरा)
दूसरी तरफ हिंदू धर्म को भी सबसे पुराना धर्म कहा जाता है।
हिन्दू धर्म भी सबसे पुराना धर्म है, जो आज भी बहुत लोगों में विश्वास बना हुआ है। इसके अंदर बहुत से ऐसे नियम और विधि हैं जो लोगों की ज़िंदगी में सुख शांति और सही मार्गदर्शन (Guidance) देते हैं।
हिन्दू धर्म बहुत बड़ा परंपरा है, जिसे लोगों के संकल्प (Resolution) से जारी रखते हैं। इसमें बहुत से ऐसे prayers हैं जो लोगों को ईश्वर के प्रति भक्ति और उनकी पूजा करने के लिए देते हैं।
हिन्दू धर्म में लोगों को सदैव सही राह पर चलने के लिए अनेकों नियमों को Follow करने को कहा जाता है। इस धर्म में सभी धर्मों पर मेल-जोल और सम्मान का विश्वास है।
इसके अनुसार, सभी लोगों को अपने आप में एक-दूसरे को सम्मान और मेल-जोल से देखना चाहिए। हिन्दू धर्म में सभी को एक-दूसरे के सहयोग और मदद करने का पर्व है। इससे Community और सभ्यता (Civilization) की रक्षा होती है।
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हिंदू धर्म कितने साल पुराना है?
हिंदू धर्म कितने साल पुराना है यह एक Controversial मुद्दा है क्योंकि इसका निश्चित आंकड़ा निर्धारित करना मुश्किल है।
हिंदू धर्म बहुत पुराना है और इसकी मौजूदगी बहुत प्राचीन समय से है। इसका विकास विभिन्न आदिकालों, युगों और युगधर्मों में हुआ है और इसमें विभिन्न धार्मिक ग्रंथों, पुराणों और संस्कृति के आधार पर behaviours का पहचाना हुआ वर्णन मिलता है।
हिंदू धर्म के विभिन्न ग्रंथों में बताया जाता है कि इसकी उत्पत्ति का समय असंख्य साल पहले हुआ था। वेदों को सबसे प्राचीन और प्रमुख माना जाता है, जिन्हें लगभग 1500 ईसा पूर्व समय का माना जाता है। इसके बाद महाभारत और रामायण जैसी Epics, धर्मशास्त्र और आचार्यों के ग्रंथों का विकास हुआ।
इस प्रकार, हिंदू धर्म को बहुत ही प्राचीन माना जा सकता है, और इसका इतिहास और मान्यताएं बहुत सांस्कृतिक और धार्मिक हैं। हालांकि, इसका निश्चित आंकड़ा निर्धारित करना असंभव है, क्योंकि इसके अस्तित्व का समय अत्यंत पुराने काल में है।
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भारत का सबसे पुराना धर्म कौन सा है?
भारत का सबसे पुराना धर्म हिंदू धर्म है। हिंदू धर्म, जिसे सनातन धर्म भी कहा जाता है, भारतीय उपमहाद्वीप में विकसित हुआ और इसे दुनिया के सबसे पुराने धर्मों में से एक माना जाता है।
हिंदू धर्म के अनुसार, इसकी उत्पत्ति बहुत प्राचीन काल में हुई और यह धार्म अस्तित्व के दौरान निरंतर विकास करता रहा है।
हिंदू धर्म में ईश्वर के विभिन्न रूपों, देवी-देवताओं, अवतारों, व्रतों, पूजाओं, संस्कारों, योग और ध्यान के महत्वपूर्ण सिद्धांतों की मान्यता होती है।
हिंदू धर्म में व्यक्ति को धर्मिक सामग्री, नैतिकता, मोक्ष की प्राप्ति के लिए पूजा, सेवा, समर्पण और ध्यान के माध्यम से अपने आत्मा के साथ संयोग करने की सिख दी जाती है।
इस प्रकार, हिंदू धर्म India का सबसे पुराना और महत्वपूर्ण धर्म है, जो उसकी सांस्कृतिक और Spiritual पहचान का निर्माण करता है।
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Sanatan Dharm Kitna Purana Hai?
सनातन धर्म कितना पुराना है, यह एक Controversial सवाल है क्योंकि सनातन धर्म का मौजूदगी बहुत पुराने समय से है और इसकी मान्यता है कि यह Spiritual ज्ञान और मार्गदर्शन की एक अनवरत धारा है।
सनातन धर्म जीवन के सभी पहलुओं, आदर्शों, मान्यताओं और आचरणों को सम्मिलित करता है और विश्वास करता है कि यह सब कुछ प्राकृतिक और अविनाशी है।
सनातन धर्म भारतीय उपमहाद्वीप में विकसित हुआ और यह हिंदू धर्म के रूप में भी जाना जाता है। इसके अनुसार, सनातन धर्म अपार समयों से चली आ रही है और इसे किसी विशेष अवतार, पैगंम्बर या संस्थापक के नाम पर नहीं जोड़ा जा सकता है।
सनातन धर्म में आदित्य देवता, अग्नि, पृथ्वी, जल, वायु, देवी-देवताओं और पूर्वजों के प्रति भक्ति और सम्मान की मान्यता होती है।
इस प्रकार, सनातन धर्म को बहुत ही प्राचीन माना जा सकता है, जिसे समय की गिनती में मापना मुश्किल होता है। इसकी मान्यता और उपास्यता लाखों लोगों द्वारा की जाती है।
सनातन धर्म अपार समय से चली आ रही एक महान धारा है, जिसकी परंपरा और आदर्शों को लोग आज भी अपनाकर अपने जीवन को मार्गदर्शित करते हैं।
Sabse Bada Dharm Kaun Sa Hai?
सबसे बड़ा धर्म ‘इंसानियत’ है। इसमें सभी धर्मों की एकता है और सभी लोग एक दूसरे की सेवा करते हैं। इसमें कोई भेद-भाव नहीं है। सभी लोग एक समान हैं इस धर्म में और सभी एक दूसरे को एकता और सम्मान देते हैं।
इस धर्म में सभी को एक साथ मौजूद होना चाहिए ताकि हम एक साथ सुख और दुःख सह सकें। इस धर्म को हम सभी अपना सकते हैं ताकि हम सभी एक साथ विश्वास और सम्मान से रह सकें।
हम सभी एक दूसरे की मदद कर सकें और एक साथ मेहनत कर सकें। हम सभी एक साथ एक अच्छे भावना में जीवन जी सकें। हम सभी अपने धर्म के अनुसार एक साथ मिलकर एक नई दुनिया बनाने का सपना देखते हैं।
हम सभी एक दूसरे को भावनाओं से मोहब्बत और सम्मान से देखते हैं। हम एक साथ एक नया जीवन बसाने की आस में जी रहे हैं।
सबसे बड़ा धर्म कौन सा है?
हालांकि दुनिया में सबसे बड़ा धर्म जनसंख्या के हिसाब से हिन्दू धर्म है। हिन्दू धर्म, जिसे सनातन धर्म भी कहा जाता है, दुनिया भर में सबसे अधिक followers की संख्या रखता है।
विभिन्न विश्वासों, आचारों, संस्कृति और तत्त्वों को सम्मिलित करने वाला हिन्दू धर्म भारत में अपनी Basic Prime सिद्धांतों पर आधारित है।
हालांकि, यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि धर्म का महत्व उसकी जनसंख्या से नहीं, बल्क उसके मूल्यों, सिद्धांतों, और Business Impact से मापा जाता है।
दुनिया में कई बड़े धर्म हैं जैसे कि इस्लाम, ईसाई, बौद्ध, और सिख धर्म आदि, जिनके अपने महत्वपूर्ण Followers और विशेषताएं हैं। प्रत्येक धर्म अपनी अलग-अलग Fundamentalist परंपरा और मार्गदर्शन के माध्यम से मानव जीवन को आदर्श बनाने का प्रयास करता है।
सबसे छोटा धर्म कौन सा है?
जैन धर्म सबसे छोटा धर्म है। इस धर्म का उदाहरण २४ तीर्थंकर हैं और आपका मुख्य आदर्श अहिंसा है। इस धर्म में व्यक्ति दूसरे लोगों और जीव जंतु को न्योता देना चाहते हैं।
इस धर्म में सबसे अधिक महत्व सत्य का पालन करना और विवेक, दया और अहिंसा की परंपरा को निभाना है। जैन धर्म में व्यक्ति केवल अपनी परंपरा को फॉलो करने की कोशिश करते हैं।
जैन धर्म में एक व्यक्ति को अपने आपको और दूसरों से प्रेम और मैत्री को बनाए रखना चाहिए। जैन धर्म में अहिंसा का महत्वपूर्ण स्थान है। जैन धर्म में दूसरों को हिंसा से बचाना और आत्मा की रक्षा करना बहुत महत्वपूर्ण है।
दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा धर्म कौन सा है?
दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा धर्म बौद्ध धर्म है। बौद्ध धर्म गौतम बुद्ध द्वारा स्थापित किया गया था और इसे फॉलो करने वाले विश्व भर में फैले हुए हैं।
बौद्ध धर्म के मुताबिक, मार्गदर्शन और शिक्षाएं जीवन के दुःख को कम करने, संग्रहीत करने और अंततः दुःख से मुक्ति प्राप्त करने के लिए मार्ग प्रदान करती हैं।
बौद्ध धर्म का महत्वपूर्ण स्थान दक्षिण एशिया में है, जहां यह भारत, चीन, जापान, थाईलैंड, म्यांमार, श्रीलंका, नेपाल, भूटान और तिब्बत जैसे देशों में अपनी प्रमुखता रखता है।
बौद्ध धर्म का महत्वपूर्ण केंद्र बोधगया, सारनाथ, कुशीनगर, लुम्बिनी और सिक्किम जैसे स्थान हैं जहां बुद्ध के जीवन के महत्वपूर्ण घटनाक्रम घटित हुए थे और जहां परम्परागत बौद्ध मंदिर और स्थल स्थापित हुए हैं।
सबसे अच्छा धर्म कौन सा है?
धर्म के मामले में “सबसे अच्छा” या “Best” धर्म को बताना मुश्किल है, क्योंकि धर्म विभिन्न मान्यताओं, आचारों और आध्यात्मिक विचारधाराओं का Collection होता है और इनका फैसला व्यक्ति के Perspective में निर्धारित होता है।
प्रत्येक धर्म अपने Followers के लिए सच्चाई, न्याय, प्रेम, शांति, त्याग, साहस, और आत्मसमर्पण के मूल्यों की प्रशंसा करता है। धर्म की महत्ता और गहराई उसके फॉलोवर्स के आत्मसात के आधार पर निर्भर करती है।
हालांकि सबसे अच्छा धर्म वो है जो इंसान को समझ में आये, मन में सुख पाये और अपने आप को और दूसरों को सच्चाई से भरे। इसके अलावा जितने भी धर्म हैं, सबका एक ही उद्देश्य (Purpose) है – इंसान को दूसरों के साथ सच्चा और न्यायभृत बर्ताव करने की ताकत देना।
सबसे अच्छा धर्म वो है जो इंसान को अच्छी तरह से जीना सिखाए, इससे इंसान अपने आपको और दूसरों को सम्मान देता है। सबसे अच्छा धर्म वो है जो इंसान को एक अच्छे इंसान बनाने में सहायता करता है।
सबसे पवित्र धर्म कौन सा है?
किसी एक धर्म को सबसे पवित्र घोषित करना मुश्किल हो सकता है, क्योंकि यह धर्मों के आचार, मान्यताओं और मानवीय मूल्यों के मजबूत आधार पर निर्भर करता है जो प्रत्येक धर्म के अपने Followers के लिए विशेष होते हैं।
सबसे पवित्र धर्म कोई एक नहीं है। सभी धर्मों का एक ही मतलब है, कि इंसान अपने जीवन में एक सच्चा और पवित्र रास्ता चुने।
इंसान की सच्चाई और पवित्रता के लिए सभी धर्मों में से कोई एक या कई धर्मों का चुनाव कर सकते हैं। यह मतलब है कि इंसान की सच्चाई और पवित्रता की राह दिखाने के लिए, सभी धर्मों के एक-एक प्रयास ज़रूरी हैं।
वैसे देखा जाए तो सबसे पवित्र धर्म है अहिंसा, यानी कि नॉन-वायलेंस। अहिंसा को समझते हुए हम हर तरह की अत्याचार से बचने की कोशिश करते हैं और इसी पर अमल करके सबसे पवित्र धर्म का पालन करना चाहते हैं।
असली धर्म कौन सा है?
असली धर्म, अपनी व्यापकता और विशेषताओं के कारण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक भिन्न हो सकता है। प्रत्येक धर्म अपने आचार, मान्यताएं, आध्यात्मिकता (Ethics, Beliefs, Spirituality) और तत्वों के आधार पर विशेषता रखता है।
व्यक्ति के आचरण, अध्ययन, और अनुभव के आधार पर वह अपना असली धर्म चुनता है जिसमें वह विश्वास करता है और जो उसे आत्मसात करने, आदर्शों को जीने, और आत्मिक विकास को समर्पित करने में सहायता करता है।
धर्म व्यक्ति की आदर्शताओं, मान्यताओं, और आत्मकथा के आधार पर उसकी आत्म-पहचान और समर्पण को प्रभावित करता है।
जिस धर्म में व्यक्ति सत्य, प्रेम, और सही और न्यायपूर्ण आचरण की मान्यता रखता है, वह धर्म उसका असली धर्म माना जा सकता है।
धर्म व्यक्ति के आत्मिक संवाद, साधना, और अनुभवों का परिणाम होता है और इसलिए यह व्यक्ति के भावनात्मक स्वरूप और आध्यात्मिक प्रगति के साथ संबंधित होता है। इसलिए, असली धर्म व्यक्ति के आंतरिक अनुभव और आत्मसात करने की क्षमता पर निर्भर करता है।
“अक्सर पूछे जाने वाले सवाल”
सबसे गंदा धर्म कौन सा है?
मुझे धर्मों के बीच में कोई तुलना करने या उन्हें “गंदा” या “अच्छा” घोषित करने का अधिकार नहीं होता है। धर्म व्यक्ति की आदर्शों, मान्यताओं और आचरण पर आधारित होता है, और यह प्रत्येक व्यक्ति के निजी दृष्टिकोण पर आधारित हो सकता है। हर धर्म अपने अनुयायों के लिए महत्वपूर्ण होता है और इसका सम्मान किया जाना चाहिए।
सबसे अच्छा धर्म कौन सा है?
सबसे अच्छा और खूबसूरत धर्म इंसानियत है।
क्या इस्लाम सबसे पुराना धर्म है?
हाँ, इस्लाम सबसे पुराना धर्म माना जाता है।
एशिया का सबसे बड़ा धर्म कौन सा है?
एशिया में सबसे बड़ा धर्म हिन्दू धर्म है। हिन्दू धर्म एशिया के विभिन्न भागों में व्याप्त है और इसका सबसे अधिक अनुयाय भारत में हैं। हिन्दू धर्म एक प्राचीन और व्यापक धर्म है जिसका बुनियादी आधारभूत सिद्धांतों पर भारतीय संस्कृति और तत्त्वों का निर्माण हुआ है।
इजराइल में हिंदुओं की जनसंख्या कितनी है?
Indian Embassy की वेबसाइट के अनुसार इजराइल में, 18 हजार से ज्यादा हिंदू रहते हैं।
निष्कर्ष
तो दोस्तों उम्मीद करते हैं आपको आपके सवालो के जवाब मन गए होंगे, हमारा कोई उद्देश्य ऐसा नही है जिससे किसी के धर्म को या उसके प्रति भावनाओं को ठेस पहुँचे।
हमारे लिए सभी धर्म समान हैं और ही हर धर्म का सम्मान करते हैं और जैसा की मैने उपर कहा सबसे बड़ा और खूबसूरत धर्म इंसानियत है जो की हम सभी मे होना चाहिए।
इस उम्मीद के साथ की आपको मैं सही जानकारी देने में समर्थ रही हूँ अग्रेह करती हूँ कि इस पोस्ट को जयादा से share करके इस जानकारी को आगे पहुंचाएं।
धन्यवाद
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पहला सनातन और दूसरा जैन धर्म है इस्लाम धर्मं का तो उस समय आस्तित्यव भी नहीं था विक्किपीडिया पर सर्च कर लो