Digital Computer In Hindi – जानें उदाहरण और प्रकार

हैल्लो दोस्तों, स्वागत है आपका हमारी आजकी इस नई पोस्ट में, जिसमें हम आपको बताएंगे Digital Computer In Hindi में इसके उदाहरण और प्रकार के बारे में बताने वाले हैं।

आज के पोस्ट में आपको डिजिटल कंप्यूटर से संबंधित सभी जानकारी प्राप्त होगी, इसलिए Digital Computer In Hindi | Digital Computer क्या है? के बारे में पूरी तरह से जानने के लिए हमारी इस पोस्ट को पूरा पढ़ें।

Table of Contents

Digital Computer In Hindi | Digital Computer क्या है?

digital computer in hindi

दोस्तों आजकी पोस्ट में, आप Digital Computer के बारे में विस्तार से जानेंगे, यहाँ हम आपको Digital Computer के प्रकार, के बारे में भी बताएंगे और साथ ही Digital Computer के भाग, और डिजिटल कंप्यूटर की विशेषताएं, आदि विषयों की भी जानकारी देंगे।

इससे पहले की पोस्ट में हमने आपको कंप्यूटर के बारे में जानकारी दी थी की कंप्यूटर को Hindi में क्या कहते हैं? और कंप्यूटर कितने प्रकार के होते हैं? यदि आपने वह पोस्ट नही पढ़ी है तो हमारा सुझाव है आप उसे ज़रूर पढ़ें।

यहाँ क्लिक करके आप इसे पढ़ सकते हैं Computer को हिंदी में क्या कहते हैं?

तो आप बात करते हैं अपने Main Topic के बारे में,

आप में से अधिकांश लोग PC (Personal Computer) यानि कि “खुद के कम्प्युटर सिस्टम” के बारे मे जानते ही होगा, और वह लोग जो कंप्यूटर सिस्टम पर काम करते हैं या उसी Field में कार्य करते हैं, वह अलग अलग तरह की कंप्यूटरों के बारे में भी जानते होंगे।

जैसा की अभी आपको हमारी कर कही गयी बात से पता लग ही गया होगा की कंप्यूटर के बहुत सारे प्रकार होते हैं इस दुनिया में काफी अलग अलग तरह के कंप्यूटर मौजूद हैं, तो Digital Computer उन्ही कंप्यूटरों में से एक प्रकार का कंप्यूटर है।

Digital Computer Meaning In Hindi

Digital शब्द का अर्थ, कंप्यूटर में जानकारी को Variables द्वारा दर्शाना, (मतलब बिना किसी तारों को जोड़े आधुनिक टेक्नोलॉजी की मदद से) जानकारी को दर्शाना।

और Computer शब्द का अर्थ, संगणक या गणना करना है इसलिए आम भाषा मे इसे Calculating Device माना जाता है।

Related Posts

Digital Marketing क्या है?

Internet की खोज किसने की?

CAPTCHA Meaning In Hindi

इंस्टाग्राम पर ब्लू टिक कैसे मिलता है?

डिजिटल कंप्यूटर का चित्र?

in black color digital computer of new generation

यहाँ जानें विस्तार से Digital Computer क्या है

Digital Computer वह डिजिटल सिस्टम है जो अलग अलग तरह के कई कम्प्यूटेशनल (Computational) काम करता है।

डिजिटल कंप्यूटर में Input द्वारा दी गयी Detail को Data कहा जाता है। और वहीं दूसरी तरफ इससे प्राप्त Output Results को अक्सर जानकारी या सूचना कहा जाता है।

डिजिटल कंप्यूटर इंपुट डाटा लेता है, फिर उसे प्रोसेस करता है और उसके बाद Output Device पर सूचना या परिणाम दिखाता है।

यह एक ऐसा डिवाइस है जिससे आपको आउटपुट पाने के लिए अपने हिसाब से Programing करने की ज़रूरत होती है। यह कई अलग-अलग प्रकार के डेटा को Generate करने, स्टोर करने और Process करने के लिए Electronic Technology का इस्तेमाल करता है।

अब कंप्यूटर का इस्तेमाल केवल गणना करने के लिए ही नहीं किया जाता है आजके दौर में इसका इस्तेमाल Video, Music, ग्राफिक्स, और Internet के कार्य और बहुत से अन्य क्षेत्रों में भी बड़ी आसानी से किया जाता है।

इसलिए आज के समय में, कंप्यूटर की Definition बदल गयी है। इसलिए इसे अब Calculating Device नही बल्कि एक Electronic Device कहते हैं।

Digital Computer Kya Hai?

Digital Computer का इस्तेमाल पूरी दुनिया मे किया जाता है यह एक बहुत ही Powerfull डिवाइस और सबसे ज्यादा इस्तेमाल करा जाने वाला Electronic Device है।

यह ऐसा डिवाइस या मशीन है, जो किसी भी तरह के डाटा की जानकारी को मशीनीरी भाषा (Binary Code Language – “0 और 1”) मे बदलकर उसे Process करता है।

डिजिटल कंप्यूटर में जब भी हम कोई डाटा इनपुट करते हैं तो उसे यह हमे कुछ ही सेकंड के अंदर Output करके दे देता हैं। जैसा कि अभी उपर हमने आपसे कहा कि डिजिटल कंप्यूटर मशीनरी भाषा का इस्तेमाल करता है, मशीनरी भाषा (0 और 1) इन दो अंको (Digits) से बनी बाइनरी नंबर सिस्टम है।

डिजिटल कंप्यूटर में सूचनाओं को Bits के Groups में दिखाया जाता है। हम आपको बता दें, एक Binary Digit को एक Bit कहते हैं और “Bit” कंप्यूटर में डाटा की सबसे छोटी इकाई होती है।

डिजिटल कंप्यूटर की परिभाषा?

डिजिटल कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण होता है जो डेटा को संग्रहित करता है, उसे प्रोसेस करता है और यूज़र द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार नतीजे उत्पन्न करता है।

यह इलेक्ट्रॉनिक संशोधन, संग्रहण, विश्लेषण, निष्कर्षण और प्रदर्शन के लिए उपयोग किया जाता है। यह संख्याओं को बिनारी फ़ॉर्म में प्रसंस्करण करता है, जो एक दो अंकीय प्रणाली होती है।

यह न केवल ज्यादा तेज और सटीक परिणाम उत्पन्न करता है, बल्कि इससे आधुनिक तकनीक और उत्पादों का निर्माण भी संभव होता है।

डिजिटल कंप्यूटर की विशेषताएं?

डिजिटल कंप्यूटर की विशेषताएं निम्नलिखित हैं:

1. Communication: डिजिटल कंप्यूटर में संचार की प्रणाली बहुत तेज होती है जो संचार के लिए नेटवर्क उपलब्ध होने पर उपयोगी होती है।

2. स्मार्ट: डिजिटल कंप्यूटर में स्मार्ट तकनीक होती है जो users को बेहतर अनुभव देती है।

3. तेज और एक्सेल: डिजिटल कंप्यूटर बहुत तेज होते हैं और बड़ी मात्रा में डाटा को संचालित कर सकते हैं।

4. सुरक्षा: डिजिटल कंप्यूटर में सुरक्षा तंत्र होता है जो users के डाटा को सुरक्षित रखता है।

5. Competitive Spirit: डिजिटल कंप्यूटर उच्च विकास तकनीक वाले होते हैं जो अन्य कंपनियों को पीछे छोड़ देते हैं।

6. Continuous Upgrade: डिजिटल कंप्यूटर को निरंतर उन्नयन करते रहने की आवश्यकता होती है ताकि इसमें नई तकनीकों का उपयोग किया जा सके।

डिजिटल कंप्यूटर के प्रकार?

डिजिटल कंप्यूटर के कई प्रकार होते हैं। ये प्रकार उनके उपयोग, संरचना और उद्देश्य के आधार पर अलग-अलग होते हैं। नीचे कुछ डिजिटल कंप्यूटर के प्रमुख प्रकार बताए गए हैं:

1. सुपर कंप्यूटर: सुपर कंप्यूटर दुनिया के सबसे शक्तिशाली कंप्यूटर होते हैं। ये कंप्यूटर बड़ी मात्रा में डाटा को संचालित कर सकते हैं और भारी गणना के लिए उपयोग किए जाते हैं।

2. मिनी कंप्यूटर: मिनी कंप्यूटर छोटे आकार के होते हैं और उन्हें व्यक्तिगत या छोटी स्केल वाले उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाता है। इनमें संगणक, प्रिंटर नियंत्रण, रेलवे टिकट में बैंकिंग, रजिस्टर और अन्य कार्य शामिल होते हैं।

3. माइक्रो कंप्यूटर: माइक्रो कंप्यूटर एक छोटा डिजिटल कंप्यूटर होता है जो स्कूल या कॉलेज के छात्रों को प्रशिक्षण देने के उद्देश्य से बनाया गया होता है।

4. पॉकेट कंप्यूटर: पॉकेट कंप्यूटर एक छोटा कंप्यूटर होता है जो आमतौर पर व्यक्तिगत उपयोग के लिए बनाया जाता है। इनमें फोन, टैबलेट, स्मार्टवॉच, पीडीएफ रीडर और प्रवेश नियंत्रण सिस्टम शामिल होते हैं।

5. सर्वर: सर्वर एक विशेष प्रकार का कंप्यूटर होता है जो नेटवर्क में कंप्यूटरों की सेवाओं को प्रबंधित करता है। इनमें वेबसाइट, डाटाबेस, ईमेल, फ़ाइल स्टोरेज और अन्य सेवाएं शामिल होती हैं।

6. एमवीएस (MVAS): एमवीएस यानी मोबाइल वैल्यू ऐडेड सर्विसेज एक अन्य प्रकार का कंप्यूटर होता है जो मोबाइल फोन यूजर्स के लिए सेवाओं को प्रबंधित करता है। इनमें संदेश चलाना, क्रिकेट स्कोर देखना, फ़ाइल स्टोरेज, इंटरनेट एक्सेस और अन्य सेवाएं शामिल होती हैं।

इनमें से हर एक प्रकार का कंप्यूटर अलग-अलग उद्देश्य के लिए बनाया जाता है और इनमें से कुछ कंप्यूटर विशेष उपयोग के लिए विकसित किए जाते हैं जैसे कि सुपर कंप्यूटर भारी गणना के लिए उपयोग किए जाते हैं जबकि माइक्रो कंप्यूटर विशेष टास्क के लिए उपयोग किए जाते हैं।

इन प्रकार के कंप्यूटर को उनके उद्देश्य के अनुसार हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर और कनेक्टिविटी के दृष्टिकोण से विकसित किया जाता है। ये उपकरण भी नियंत्रण पैनल, प्रोसेसर, मेमोरी, संचार संबंधी पोर्ट और अन्य हार्डवेयर के अंश होते हैं।

सॉफ्टवेयर के दृष्टिकोण से, इनमें ऑपरेटिंग सिस्टम, ऐप्लिकेशन, ड्राइवर, और अन्य सॉफ्टवेयर होते हैं जो उनके उद्देश्य को पूरा करने में मदद करते हैं।

इन कंप्यूटरों को आमतौर पर कंप्यूटर नेटवर्क के अंतर्गत आपस में जोड़ा जाता है ताकि इन से डेटा और सेवाएं अन्य कंप्यूटरों के साथ साझा की जा सकें।

डिजिटल कंप्यूटर के कार्य

डिजिटल कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो संख्यात्मक डेटा को प्रोसेस करता है। यह विभिन्न विधियों का उपयोग करता है, जैसे कि लॉजिक गेट, ट्रांजिस्टर और सर्किट बोर्ड।

इसके द्वारा अलग-अलग कार्य किये जाते हैं, जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:

1. डेटा प्रोसेसिंग: डिजिटल कंप्यूटर डेटा प्रोसेस करने के लिए प्रयोग किया जाता है। यह संख्याओं, टेक्स्ट, फ़ोटोग्राफ़ और वीडियो को प्रोसेस कर सकता है।

2. ऑनलाइन संचार: डिजिटल कंप्यूटर ऑनलाइन संचार के लिए भी उपयोग किया जाता है। इसके द्वारा ईमेल, इंस्टेंट मैसेजिंग, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और इंटरनेट सर्फिंग किया जा सकता है।

3. स्प्रेडशीट: डिजिटल कंप्यूटर स्प्रेडशीट के रूप में भी उपयोग किया जाता है। इससे लेखा-जोखा किया जाता है और बजट तैयार किया जाता है।

4. ऑडियो/वीडियो संपादन: डिजिटल कंप्यूटर ऑडियो और वीडियो संपादन के लिए भी उपयोग में लाया जाता है।

डिजिटल कंप्यूटर के उदाहरण?

डिजिटल कंप्यूटर के विभिन्न उदाहरण हैं, जो इस्तेमाल के लिए उपलब्ध होते हैं। नीचे कुछ उदाहरण दिए गए हैं:

1. डेस्कटॉप कंप्यूटर: डेस्कटॉप कंप्यूटर एक व्यक्तिगत कंप्यूटर होता है जो एक स्क्रीन, कीबोर्ड, माउस आदि संयुक्त उपकरणों के माध्यम से संचालित किया जाता है।

2. लैपटॉप कंप्यूटर: लैपटॉप कंप्यूटर भी एक व्यक्तिगत कंप्यूटर होता है जो पोर्टेबल होता है और इसे आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जा सकता है।

3. सर्वर: सर्वर एक शक्तिशाली कंप्यूटर होता है जो एक नेटवर्क के सभी कंप्यूटरों को कनेक्ट करता है और नेटवर्क के अनुसार डेटा को संचालित करता है।

4. सुपरकंप्यूटर: सुपरकंप्यूटर बहुत शक्तिशाली कंप्यूटर होते हैं जो बड़े डेटा सेट को प्रोसेस करने के लिए उपयोग किए जाते हैं। वे ज्यादातर साइंटिफिक और अनुसंधान क्षेत्रों में उपयोग किए जाते हैं।

Digital Computer की खोज कब हुई?

दुनिया का पहला इलेक्ट्रॉनिक Digital Computer सन् “1940” के आखिर में खोजा गया था। इसे खासकर संख्यात्मक गणना (Numerical Calculation) के लिए बनाया गया था।

Personal Computer यानि कि PC, डेस्कटॉप, Laptop, डिजिटल वॉच, Mobile, कैलकुलेटर Smartphone आदि कुछ Digital Computer के उदाहरण हैं।

Laptop को हिंदी में क्या कहते हैं?

Encryption क्या है और कितने प्रकार का होता है?

Digital Computer कितने प्रकार के होते हैं?

Device के प्रकार और Size के आधार पर, Digital Computer को चार Categories में बाँटा गया है।

  1. माइक्रो कंप्यूटर
  2. मिनी कंप्यूटर
  3. मैनफ्रेम कंप्यूटर
  4. सुपर कंप्यूटर

1. Micro Computer

First mini micro computer design model

आमतौर पर पर्सनल कंप्यूटर को ही माइक्रो कंप्यूटर कहा जाता है। Micro Computer वे कम्प्यूटर होते हैं जो अपने लिए नॉर्मल काम करने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। आजकल छोटे से लेकर बड़े Buisnis तक और अपने Personal कामों में माइक्रो कम्प्यूटर (Micro Computer) का सबसे ज़्यादा इस्तेमाल किया जाता है।

ये कम्प्यूटर Micro Processor पर कार्य करता हैं। इसके अंदर Input Unit/Output Unit, मदरबोर्ड, CPU (Central processing Unit ) और स्टोरेज यूनिट अन्य उपकरण होते हैं।

इस Computer का साइज़ छोटा होता है और साथ ही इसकी लागत भी कम होती है। पेंटियम माइक्रोप्रोसेसर के आधार पर HP, Dell, Apple, और IBM PC मैकिंटोश Micro Computer के कुछ अच्छे उदाहरण हैं।

Micro Computer में Computer या Laptop, डेस्कटॉप कम्प्यूटर, Notebook, हैंडहेल्ड कम्प्यूटर, टैबलेट और Smartphone डिवाइस भी शामिल हैं।

2. Mini Computer

Mini Computer एक मध्यम आकार (Medium Size) का Multiprocessing Computer है जिसे mid-range कम्प्यूटर के रूप में भी जाना जाता है।

मिनी कंप्यूटर में दो या दो से अधिक Processer होते हैं इसलिए यह एक जैसे Computer Memory और Peripheral Devices को कई Users के एक साथ शेर कर सकते हैं।

Mini Computer, मेनफ्रेम कम्प्यूटर और Micro Computer के बीच स्थित होता है क्योंकि यह माइक्रो कंप्यूटर से बड़ा लेकिन Mainframe Computer से छोटा होता है। इसलिए इसमें मेनफ्रेम कंप्यूटर से कम लेकिन माइक्रो कम्प्यूटर से ज़्यादा Process क्षमता होती है।

मिनीकंप्यूटर का उपयोग ज़्यादातर बड़े संस्थानों, बड़ी-बड़ी कंपनियों, बैंकों, अकाउंटिंग, डेटाबेस मैनेजमेंट, फ़ाइल मैनेजमेंट, ट्रैफिक कंट्रोल क्षेत्र, विभागों में बिलिंग, व्यापार लेनदेन, और इन्वेंट्री प्रबंधन जैसे कार्यों में किया जाता है।

Apple iPad, DEC PDP, Honeywell200, VAX Series, IBM’s AS/400e, आदि मिनीकंप्यूटर के कुछ उदाहरण हैं।

3. Mainframe Computer

आमतौर पर Mainframe Computer बहुत बड़े साइज़ के होते हैं। जिनको रखने के लिए एक अलग कमरे या अलग स्थान की आवश्यकता पड़ती है। इसका इस्तेमाल प्रमुख रूप से बहुत बड़ी मात्रा में Data Processing के लिए करा जाता है और इसकी Data स्टोर करने की क्षमता बहुत ही ज़्यादा होती है।

Mainframe Computer माइक्रो कम्प्यूटर और मिनी कंप्यूटर की तुलना मे बहुत बड़े होते हैं। ये बहुत Powerfull होते हैं और इसकी Processing क्षमता काफी तेज होती है। यह ऊपर बताये गए सभी कंप्यूटरों से सबसे जादा तेज और पॉवरफुल होते हैं लेकिन ये Super Computer से ज्यादा शक्तिशाली नहीं होते हैं।

Mainframe Computer कंप्यूटर इस तरह से डिज़ाइन किया गया है की, इसे सैकड़ों या हजारों Users एक साथ Access कर सकते हैं। इसका मतलब है कि एक साथ Different Processes को Execute कर सकते हैं।

इस तरह के Computer का इस्तेमाल बड़े संगठनों जैसे- Banking, टेलीकोम सेक्टर, बड़ी-बड़ी Industry कंपनी, Government Department और विभिन्न क्षेत्रों मे किया जाता है।

IBM zSeries जैसे IBM System z13, IBM z14, और IBM z15, आदि मेनफ्रेम कम्प्यूटर उदाहरण के कुछ बेहतरीन उदाहरण हैं।

4. Super Computer

जैसा की आप इसके नाम से ही समझ गये होगें Super Computer बहुत तेजी से काम करता है। यह दुनियां का सबसे बड़ा, सबसे महंगा और सबसे Fast Computer है।

यह एक बहुत ही Advanced कम्प्यूटर है और इस कंप्यूटर मे हजारों Processers मौजूद हैं, जो हर एक सेकंड खरबों की Calculations करते हैं, इस ही वजह से इसके काम करने की क्षमता बाकी सभी दूसरे Computers की तुलना में सबसे ज़्यादा होती है।

Super Computer कम्प्यूटर industry में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसे कई कंप्यूटरों का Combination भी कहा जा सकता है जो Parallel में Data Processing करते हैं।

इसका इस्तेमाल बड़े पैमाने पर कम्प्यूटर से संबन्धित जटिल काम करने जैसे- वैज्ञानिक क्षेत्र, Satellite या Space Department, मौसम की भविष्यवाणी (Weather Forecast) और जलवायु जांच, परमाणु ऊर्जा रिसर्च, Oil और गैस inspection, शिक्षा क्षेत्र, इंजीनियरिंग क्षेत्रों आदि में किया जाता है।

India मे परम C-Dac द्वारा विकसित स्वदेशी Super Computers की एक श्रृंखला है। भारत का पहला Super Computer का नाम “परम 8000” है और इस श्रृंखला में बने नवीनतम सुपर कम्प्यूटर का नाम “PARAM-Siddhi AI” हैं, जो विश्व में सबसे पावरफुल सुपर कंप्यूटर के टॉप 500 की लिस्ट मे भारत का 63वां स्थान हैं। Sierra (US), Sunway TaihuLight (China), Frontera (US), और Summit (US) आदि दुनिया के सबसे तेज़ कंप्यूटरों के उदाहरण हैं।

Digital Computer में कितने भाग में कार्य होता है?

Digital Computer में प्रमुख रूप से तीन भाग में कार्य होता है जो नीचे दिए हैं-

1. Input: जब भी कोई User नॉर्मली डिवाइस में डेटा Type करता है, तो उसे Input के रूप में जाना जाता है।

2. Processing: जब User द्वारा इनपुट करा गया Data परिभाषित क्रम का इस्तेमाल करके डिवाइस के आंतरिक हिस्से (Internal Part) में प्रोसेस करता है।

3. Output: जब Data पुरा Process हो जाता है तो, Input के आधार पर Output Result यूज़र को दिखाई देता है।

Digital Computer की विशेषताएं

Memory Capacity: Digital Computer अत्यधिक मात्रा में Data या इन्फॉर्मेशन Memory में Store कर सकते हैं और सिर्फ एक सेकंड के अंदर ही Data को पुनः Retrieve कर सकते हैं।

Memory में डाटा या informations को किसी भी समय तक Store करके रखा जा सकता है और कभी भी Restore या वापस एक्सेस किया जा सकता है, जैसे Hard Disk, फ्लॉपी डिस्क, सॉलिड डिस्क, ऑप्टिकल डिस्क आदि।

Very Flexible: यह कम्प्यूटर बिना किसी हस्तक्षेप के Multi-tasking करते हैं और एक साथ बहुत सारे कार्य Process करते हैं जैसे- Document Drafting के दौरान कोई Page का Print निकालना, Music सुनना, Chat करना आदि। इसी कारण ये बहुत Flexible और Versatile होते हैं।

Good Speed: Digital Computer काफी तेज Speed में कार्य करते हैं और सभी कार्यों या निर्देशों (instructions) को पल भर में तेज़ स्पीड से Process करते हैं। ये किसी कार्य या instruction को एक सेकेंड में ही हल कर सकता है।

Accuracy: यह डिवाइस सभी इन्फॉर्मेशन Data को Memory में स्टोर करने में सहायक होते हैं जो एक तय समय में आवश्यकता पड़ने पर Accurate Data प्राप्त करने मे सहायता करते हैं।

Computer कोई भी गलती किए बिना एकदम सही Calculations करता है। इसमे कोई गलती तभी आती है जब व्यक्ति द्वारा गलत input या instructions दिए गए हों।

Diligence: यह Computer बिना थके हर काम को लगातार कर सकता है। यह कभी भी थकता नहीं है, इसी वजह से यह किसी काम को बिना किसी गलती या रुकावट के लगातार कर पाता है।

Automatic: यह Device एक बार शुरू हो जाने के बाद Automatic हो जाते हैं। जब तक विशेष रूप से कोई कार्य आवश्यक होने तक उन्हें किसी हस्तक्षेप करने की जरूरत नहीं पड़ती।

Digital Computer के कितने भाग होते हैं?

चलिए जानते है, Digital Computer के भाग या कॉम्पोनेंट कितने होते हैं? यहाँ नीचे हम आपको डिजिटल कंप्यूटर में बेसिक Component के बारे में बता रहे हैं।

Input Device

इनपुट डिवाइस ख़ास तौर पर वह डिवाइस होते हैं जो सिस्टम से जुड़े होते हैं जैसे कि Mouse, Keyboard, Printer, Microphone और Scanner आदि।

Users इनपुट डिवाइस की मदद से System को instruction देते हैं व कम्प्यूटर इन instructions को समझकर Action लेता है, इसके बाद इस इनपुट को कम्प्यूटर Binary Langauage में बदलता है जिसे कम्प्यूटर को समझने में आसानी होती है।

CPU

CPU (सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट) को कम्प्यूटर का दिमाग माना जाता है क्योंकि यह पूरे Computer System को कंट्रोल करने का कार्य करता है। जब यूज़र इनपुट डिवाइस के माध्यम से इनपुट करता है, तो CPU उसे प्रोसेस करता है अथार्त CPU कम्प्यूटेशनल कार्य करता है इसके बाद रिजल्ट Output Device को भेजता है।

CPU के अंदर कई अलग-अलग Components होते हैं, जिनके कार्य की अलग-अलग जिम्मेदारियां होती हैं।

ALU

इसका फुलफोर्म Arithmetic Logic Unit है, यह Computer Hardware का एक Digital Circuit होता है। ALU का मुख्य रूप से सभी Arithmetic, Logical और Mathematical Calculations का कार्य करता है, जिसमें जोड़ना, घटाना, गुणा और भाग शामिल हैं।

Control Unit

Control Unit का मुख्य रूप से कार्य Data और निर्देशों को Controll करने के लिए किया जाता है। यह Computer के सभी Units को Manage और Coordinate करता है।

Control Unit मेमोरी से instructions प्राप्त करता है, और उसे Interpret करता है, और इसलिए इसके बाद Input/Output Devices को Command भेजता है।

Memory

Computer के इस भाग का Use मुख्य रूप से Data को Store करने के लिए करा जाता है, इसे “Internal Memory” भी कहा जाता हैं। Internal Memory को कई Locations में बांटा हुआ है जो instructions को स्टोर करते हैं।

इनमे से हर एक Location का Unique Address और समान Size होता है। कम्प्यूटर इस Unique Address की मदद से मेमोरी में स्टोर हुए डेटा को पूरे मेमोरी लोकेशन को सर्च किए बिना आसानी से Read कर लेता है।

जब भी कोई प्रोग्राम Run करता है, तो डेटा Internal Memory में Store होता है और Execution के आखिर तक बचा रहता है।

Output Devices

Output Device वह डिवाइस हैं जो कम्प्यूटर से Connected होते हैं और इसके माध्यम से सूचनाओं को अलग अलग Output Device पर देख एवं Access कर सकते हैं।

कम्प्यूटर में Binary Data को उस भाषा में Convert करते हैं जिसे कम्प्यूटर Users Output डिवाइस पर समझते हैं। कम्प्यूटर मे Output 0 और 1 के रूप में दिखता है जिसे कम्प्यूटर की भाषा मे Machine Language कहते हैं।

कुछ Output Device के सामान्य उदाहरण जैसे- Hard Disk, Projector, Monitor, Ploter और Printer आदि हैं।

Digital Computer के उपयोग?

इसका इस्तेमाल Mathematical Calculations, कम्प्यूटेशनल कार्य, Spacecraft, स्वास्थ्य Domain, स्कूल, कॉलेज, बड़े या छोटे आर्गेनाइजेशन, और कारखानों आदि स्थानों पर किया जाता है।

इसका इस्तेमाल लगभग सभी जगह Photo, Music, Video, Applications, Documents और अन्य फ़ाइलों को Store करने हेतु किया जाता है।

Digital Computer इंडस्ट्रियल तथा मैनुफैक्चरिंग प्रक्रिया को Controll करने के लिए USE किया जा रहा है।

कारखानों में, Automatic मशीनों को चलाने के लिए एक ही समय पर कई कामों को किया जा सकता है।

यह बड़ी मात्रा में Data Store कर सकता है और Data को High Speed से Recovered कर सकते है।

Users बिना किसी Interference के Multi-tasking काम कर सकते हैं।

इसकी Process करने Capacity Speed बहुत अधिक और सेकंड के अंदर ही Task Perform करता है।

“अक्सर पूछे जाने वाले सवाल”

मशीनरी भाषा क्या है?

0 और 1 इन दो अंको से बने Bainry Number System को मशीनरी भाषा कहते हैं।

Binary Language क्या है?

0 और 1 इन दो अंको से बनी Code Language जो electric mashines जैसे Computers में इस्तेमाल होती है को Binary Language कहते हैं।

Digital Computer क्या है?

वह डिजिटल सिस्टम है जो अलग अलग तरह के कई कम्प्यूटेशनल (Computational) काम करता है उसे Digital Computer कहते हैं।

Digital Computer Meaning In Hindi?

Digital शब्द का अर्थ, Computer में बिना किसी तारों को जोड़े आधुनिक टेक्नोलॉजी की मदद से जानकारी को दर्शाना। और Computer शब्द का अर्थ, संगणक या गणना करना है।

Digital Computer कितने प्रकार के होते हैं?

Device के प्रकार और Size के आधार पर, Digital Computer को चार प्रकार के होते हैं- 1. माइक्रो कंप्यूटर 2. मिनी कंप्यूटर 3. मैनफ्रेम कंप्यूटर और 4. सुपर कंप्यूटर।

CPU Full Form?

CPU की फूल फॉर्म Central Processing Unit है।

Digital Computer के उदाहरण

Personal Computer (PC), डेस्कटॉप, Laptop, डिजिटल वॉच, Mobile, कैलकुलेटर Smartphone आदि यह Digital Computer के कुछ उदाहरण हैं।

डिजिटल कंप्यूटर की विशेषताएं?

Good Memory, Good Speed, Flexibility, Accuracy, Automatic, यह सभी डिजिटल कंप्यूटर की विशेषताएं हैं।

निष्कर्ष

तो दोस्तो आज हमने आपको Digital Computer Kya Hota Hai? के बारे में बताया है साथ ही हमने आपको आजकी पोस्ट में Digital Computer कितने प्रकार के होते हैं? के साथ-साथ ही Digital Computer के भाग, और डिजिटल कंप्यूटर की विशेषताओं के बारे में भी बताया है।

उम्मीद आपको मेरे द्वारा लिखी गई यह पोस्ट और बताई गई जानकारी पसंद आई होगी। मैं आपके लिए हर रोज़ ऐसे ही नई-नई और अच्छी जानकारियां लाती रहती हूँ जिनकी मदद से आपके ज्ञान में वृद्धि हो सके।

ऐसे ही और भी नई जानकारीयों को प्राप्त करने के लिए मेरी इस पोस्ट को दूसरों के साथ Share करके हमारा समर्थन करें। और अगर आपके पास Digital Computer से संबंधित कोई भी सवाल हो तो उसे हमसे नीचे कमेंट सेक्शन में पूछें।

धन्यवाद

Hello मेरा नाम Areeba Khan है मैं HindiMeg.net की सदस्य हूँ, मुझे Technology में बहुत रुचि है और मैं हर दिन कुछ नया सीखती हूँ और अपने दर्शकों को सिखाती भी हूँ। उम्मीद है आपको हमारी सभी पोस्ट से अच्छी जानकारी प्राप्त होती होगी। हमारी पोस्ट को शेयर करके हमारा सहयोग दें, ताकि हम आगे भी आपके लिए ऐसी नई-नई अच्छी और रोचक जानकारीयाँ लाते रहें।

Leave a Comment